यूपी पुलिस में 228 दीवान बने दारोगा, पदोन्नति के बाद प्रशिक्षण अनिवार्य
उत्तर प्रदेश पुलिस के 228 मुख्य आरक्षियों को उप निरीक्षक (दारोगा) पद पर प्रमोशन मिला। बिना प्रशिक्षण के नहीं मिलेगा नए पद का लाभ। जानें पूरी प्रक्रिया।

उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में कार्यरत कई मुख्य आरक्षियों (दीवानों) के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। प्रदेश भर के 228 मुख्य आरक्षियों को उप निरीक्षक (दारोगा) पद पर पदोन्नति दी गई है। यह फैसला उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड, लखनऊ की विभागीय चयन समिति की सिफारिश और पुलिस महानिदेशक (DGP) के अनुमोदन के बाद लिया गया है।
महाराजगंज के दो पुलिसकर्मी भी शामिल
प्राप्त जानकारी के अनुसार, महराजगंज जिले के लक्ष्मण यादव (पुत्र रामदरश यादव) और शिवकृपा शुक्ल (पुत्र सुरेश शुक्ल) को भी इस पदोन्नति सूची में शामिल किया गया है। अब ये दोनों अपने वर्तमान तैनाती स्थल पर नागरिक पुलिस के उप निरीक्षक के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
बिना प्रशिक्षण नहीं मिलेगा प्रमोशन का लाभ
हालांकि, विभाग ने स्पष्ट किया है कि पदोन्नति का लाभ उठाने के लिए अनिवार्य प्रशिक्षण पास करना जरूरी होगा। जिन पुलिसकर्मियों ने मुख्य आरक्षी के रूप में आवश्यक आधारभूत प्रशिक्षण नहीं किया है, उनका प्रमोशन अस्थायी रूप से रोका जाएगा। जब तक वे प्रशिक्षण पास नहीं कर लेते, तब तक उन्हें उप निरीक्षक के रूप में कार्यभार ग्रहण करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस संबंध में अधिसूचना पुलिस उपमहानिरीक्षक (अवस्थापना) तेज स्वरूप सिंह द्वारा जारी की गई है। पदोन्नति प्रक्रिया को पहले पुलिस महानिदेशक कार्यालय से अनुमोदन प्राप्त हुआ था।
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