JN.1 कोरोना वेरिएंट का खतरा: भारत में बढ़े केस, जानें लक्षण, प्रभाव और बचाव के उपाय

कोविड का नया वेरिएंट JN.1 भारत में दस्तक दे चुका है। जानें इसके लक्षण, संक्रमण का स्तर, किन लोगों के लिए है ज्यादा खतरनाक, और कैसे करें बचाव। देश-दुनिया में कहाँ-कहाँ बढ़ रहे हैं केस?

May 21, 2025 - 21:18
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JN.1 कोरोना वेरिएंट का खतरा: भारत में बढ़े केस, जानें लक्षण, प्रभाव और बचाव के उपाय

नई दिल्ली: कोरोना वायरस एक बार फिर वैश्विक चिंता का कारण बन रहा है। सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में मामलों में तेज़ उछाल के बाद अब भारत में भी कोविड के नए मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इस बार केंद्र में है नया वेरिएंट — JN.1, जो ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट BA.2.86 का एक म्यूटेशन वर्जन है।

क्या है JN.1 वेरिएंट?

JN.1 को पहली बार अगस्त 2023 में पहचाना गया था। इस वेरिएंट में लगभग 30 म्यूटेशन हैं, जो इसे तेजी से फैलने और इम्यून सिस्टम को चकमा देने में सक्षम बनाते हैं। यही वजह है कि यह वेरिएंट वैश्विक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय बन चुका है।

भारत में संक्रमण की स्थिति

19 मई 2024 तक देश में JN.1 वेरिएंट से संक्रमित 257 एक्टिव केस रिपोर्ट हुए हैं। महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में मामूली वृद्धि देखने को मिल रही है। मुंबई के KEM अस्पताल में कोविड से दो मरीजों की मौत भी दर्ज की गई है।

नवजात बच्चों पर खतरा क्यों ज्यादा?

डॉक्टरों के अनुसार नवजात शिशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कमजोर होती है, जिससे वे इस वेरिएंट की चपेट में आसानी से आ सकते हैं। ऐसे में विशेषज्ञों ने शिशुओं के आसपास रहने वाले लोगों को खास एहतियात बरतने की सलाह दी है।

कितना खतरनाक है JN.1?

अब तक के आंकड़ों के अनुसार यह वेरिएंट अधिक जानलेवा नहीं है, लेकिन इसकी तेजी से फैलने की क्षमता और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए खतरा ज़रूर है। बुजुर्ग, पहले से बीमार, और बिना टीकाकरण वाले लोग जोखिम में हैं।

दुनिया में कहां-कहां बढ़ रहे हैं मामले?

  • सिंगापुर: 1 से 19 मई के बीच 3000 नए मामले

  • हांगकांग: अब तक 30 मौतें
    इन दोनों देशों में JN.1 के साथ-साथ LF.7 और NB.1.8 वेरिएंट्स भी मामलों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार माने जा रहे हैं।

क्या वैक्सीन से बचाव संभव है?

विशेषज्ञों का मानना है कि पहले ली गई वैक्सीन या संक्रमण से बनी एंटीबॉडीज JN.1 के खिलाफ कम प्रभावी साबित हो रही हैं। हालांकि, XBB.1.5 मोनोवैलेंट बूस्टर डोज गंभीर संक्रमण को 19% से 49% तक कम करने में असरदार मानी जा रही है।

बचाव ही उपाय: ये 5 सावधानियां रखें

  1. सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें

  2. बार-बार हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का उपयोग करें

  3. खांसी-जुकाम की स्थिति में भीड़ से दूरी बनाए रखें

  4. खांसते/छींकते समय मुंह-नाक ढकें

  5. बुजुर्गों और नवजात बच्चों की विशेष देखभाल करें

सेलिब्रिटी भी आए चपेट में

बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शिरोडकर हाल ही में कोविड पॉजिटिव पाई गईं। उन्होंने सोशल मीडिया के ज़रिए लोगों से सावधानी बरतने और मास्क पहनने की अपील की है।

कोविड का नया वेरिएंट JN.1 फिलहाल उतना घातक नहीं है, लेकिन इसकी फैलने की रफ्तार और कमजोर वर्गों पर प्रभाव को देखते हुए सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है।

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