गांव में गंदगी का अंबार, लापरवाह सफाई व्यवस्था से ग्रामीण परेशान
गांव में गंदगी का अंबार, लापरवाह सफाई व्यवस्था से ग्रामीण परेशान

इटावा (ताखा)। ताखा ब्लॉक क्षेत्र के बम्हनीपुर गांव में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। गांव की गलियों और सड़कों पर गंदगी का ढेर लगा है, नालियां ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बह रही हैं, जिससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है और संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा गहराता जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि गांव में तैनात सफाई कर्मचारी महीनों से दिखाई नहीं दिए। नतीजतन, नालियों की सफाई नहीं हो पा रही है और घरों के सामने गंदा पानी जमा है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सफाई केवल ग्राम प्रधान के घर के आसपास ही कराई जाती है, बाकी गांव को नजरअंदाज किया जा रहा है। ग्रामीणों का फूटा गुस्सा ग्रामीण कन्हैयालाल कमल ने बताया, “सफाई कर्मचारी गांव में कभी नहीं आते। लोग अपने घरों के सामने खुद सफाई करने को मजबूर हैं। कई बार ग्राम प्रधान से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।”
वहीं रोहताश कुमार कश्यप ने कहा, “गांव में नालियां नहीं बनी हैं। पानी की निकासी न होने से सड़कों पर हमेशा जलभराव रहता है, जिससे मच्छर पनप रहे हैं और बीमारियों का खतरा बना हुआ है।”
अवनीश कुमार ने भी सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, “भीषण गर्मी और बिजली की समस्या के बीच नालियों में भरी गंदगी मच्छरों को जन्म दे रही है। कई जगह नालियां पक्की भी नहीं हैं। गांव में नियमित सफाई और पक्की नाली निर्माण की सख्त ज़रूरत है।”
प्रशासन का दावा और हकीकत में अंतर इस मुद्दे पर जब एडीओ पंचायत अनुज श्रीवास्तव से बात की गई, तो उन्होंने कहा, “संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत हर गांव में सफाई कराई जा रही है। बम्हनीपुर की जिस गली में समस्या है, उसकी जांच कराकर सफाई करवाई जाएगी।”
निष्कर्ष बम्हनीपुर गांव की हालत साफ तौर पर यह बताती है कि कागजों में चल रही योजनाएं जमीन पर असर नहीं दिखा पा रही हैं। ग्रामीणों की लगातार उपेक्षा से नाराजगी बढ़ रही है। अब जरूरत है कि जिम्मेदार अधिकारी मौके पर जाकर हालात का जायजा लें और स्थायी समाधान सुनिश्चित करें।
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