आयकर विभाग में अफसरों के बीच मारपीट का विवाद गहराया, दिल्ली तक पहुंची गूंज
लखनऊ में आयकर विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों – गौरव गर्ग और योगेंद्र मिश्रा – के बीच विवाद अब कानूनी मोड़ ले चुका है। मारपीट, भ्रष्टाचार के आरोप और वायरल वीडियो ने विभाग की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

रिपोर्ट: विशेष संवाददाता
लखनऊ: आयकर विभाग लखनऊ स्थित कार्यालय में दो वरिष्ठ अधिकारियों – डिप्टी कमिश्नर गौरव गर्ग और जॉइंट कमिश्नर योगेंद्र मिश्रा – के बीच मारपीट का मामला अब नौकरशाही में भूचाल का कारण बन गया है। मामला सिर्फ लखनऊ तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसकी चर्चा दिल्ली तक के प्रशासनिक गलियारों में हो रही है।
आईपीएस अधिकारी रवीना त्यागी के पति और डिप्टी कमिश्नर गौरव गर्ग की तहरीर पर पुलिस ने योगेंद्र मिश्रा के खिलाफ जानलेवा हमले की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। वहीं दूसरी ओर, जॉइंट कमिश्नर मिश्रा ने भी शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर को तहरीर देकर गर्ग के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने गर्ग पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं और कई पुराने विवादों का हवाला भी दिया है।
गंभीर आरोप और प्रशासनिक खामियां उजागर
मिश्रा का आरोप है कि 2022 में कानपुर में गर्ग की तैनाती के दौरान टैक्स चोरी से जुड़े मामलों में गंभीर खामियां थीं, जिनसे सरकार को बड़ा राजस्व नुकसान हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि गर्ग ने छापों की रिपोर्ट में जब्त नकदी को टैक्स पेयर की "बिजनेस इनकम" दर्शा दिया और थर्ड पार्टी जांच से भी परहेज किया।
वीडियो लीक का विवाद और मारपीट का आरोप
मिश्रा का दावा है कि 13 फरवरी 2025 को क्रिकेट मैच के दौरान हुए विवाद को सभी पक्षों ने माफी के साथ समाप्त कर दिया था। लेकिन डेढ़ माह बाद वही वीडियो आईपीएस रवीना त्यागी के जरिए वायरल कराया गया। मिश्रा ने आरोप लगाया कि इस वीडियो लीक के पीछे गर्ग की साजिश है।
गुरुवार को आरटीआई के जवाब को लेकर दोनों अधिकारियों के बीच एक बार फिर बहस हुई, जिसके बाद कथित रूप से गौरव गर्ग ने मिश्रा के साथ गाली-गलौज कर मारपीट की। मिश्रा का दावा है कि उन्होंने कोई जवाबी हमला नहीं किया और पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है।
सीसीटीवी फुटेज तलब, जांच की मांग तेज
हजरतगंज पुलिस ने आयकर भवन से सीसीटीवी फुटेज तलब कर ली है। वहीं, कई अफसरों और संगठनों ने जांच के लिए आईपीएस रवीना त्यागी के तबादले की मांग की है, ताकि पुलिस बिना दबाव निष्पक्ष कार्रवाई कर सके।
आयकर विभाग की चुप्पी पर सवाल
इस पूरे मामले में आयकर विभाग के वरिष्ठ अफसरों की चुप्पी भी अब सवालों के घेरे में है। विभाग के भीतर की जांच प्रक्रिया और पारदर्शिता को लेकर शंकाएं पैदा हो रही हैं। दो वरिष्ठ अधिकारियों के आपसी टकराव ने आयकर विभाग की साख और विश्वसनीयता पर गहरा असर डाला है।
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