69000 शिक्षक भर्ती: अर्हता पूरी न करने वाले सहायक अध्यापकों की सेवा होगी समाप्त
उत्तर प्रदेश में 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में उन अभ्यर्थियों की सेवा समाप्त की जाएगी, जिन्होंने आवेदन की अंतिम तिथि 22 दिसंबर 2018 तक शैक्षिक अर्हता पूरी नहीं की थी। बेसिक शिक्षा परिषद ने सभी BSA को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती के तहत नियुक्त ऐसे शिक्षकों की सेवा अब खतरे में है, जिन्होंने आवेदन की अंतिम तिथि 22 दिसंबर 2018 तक आवश्यक शैक्षिक अर्हताएं पूरी नहीं की थीं।
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (BSA) को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
परिषद ने उन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है, जिनकी नियुक्ति अर्हता अधूरी होने के बावजूद कर दी गई थी। साथ ही, ऐसे अभ्यर्थियों का चयन करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और चयन समितियों की जिम्मेदारी भी तय की जाएगी।
सचिव ने उनके नाम मांगे हैं। तीन चरणों में हुई थी नियुक्ति प्रक्रिया 1 दिसंबर 2018 को इस भर्ती प्रक्रिया की अधिसूचना जारी हुई थी और ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 22 दिसंबर 2018 तय की गई थी। इस तिथि तक सभी शैक्षिक और प्रशिक्षण संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत करना अनिवार्य था।
हालांकि, कई अभ्यर्थियों ने उस समय आवेदन कर दिया था, जबकि उनका BTC (बीटीसी) का परिणाम लंबित था या उनमें बैक पेपर बाकी थे। उनका परिणाम आवेदन की अंतिम तिथि के बाद आया, फिर भी वे चयन प्रक्रिया में शामिल हो गए। इस भर्ती के अंतर्गत अक्टूबर 2020 में 31,277 और दिसंबर 2020 में 36,590 पदों के लिए चयन एवं काउंसलिंग हुई थी। बाद में शेष पदों के लिए एक और काउंसलिंग कराई गई।
हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में कार्रवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में परिषद ने अब ऐसे सभी शिक्षकों की सेवा समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिन्होंने आवेदन की तय तिथि तक अर्हता पूरी नहीं की थी।
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