यौन उत्पीड़न के मामले में अभिनेता विजय राज को सबूतों के अभाव में मिली क्लीन चिट

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता विजय राज को वर्ष 2020 में दर्ज यौन उत्पीड़न के एक मामले में बड़ी राहत मिली है। मुंबई के गोंदिया मजिस्ट्रेट कोर्ट ने लंबी सुनवाई और प्रस्तुत साक्ष्यों के विश्लेषण के बाद उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया है। कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट किया कि उपलब्ध साक्ष्य और गवाहियां आरोपी के खिलाफ आरोपों को साबित करने के लिए पर्याप्त नहीं थीं।
मामला क्या था?
वर्ष 2020 में फिल्म ‘शेरनी’ की शूटिंग के दौरान विजय राज पर फिल्म की एक महिला क्रू सदस्य ने यौन उत्पीड़न और पीछा करने (स्टॉकिंग) जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। आरोपों के अनुसार, अभिनेता ने कथित रूप से महिला के चेहरे का मास्क छूने और कुछ निजी टिप्पणियां करने की कोशिश की थी। इस शिकायत के आधार पर उन्हें 4 नवंबर, 2020 को मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में गिरफ्तार किया गया था, हालांकि उन्हें उसी दिन जमानत मिल गई थी।
कोर्ट में क्या हुआ?
विजय राज का पक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता सवीना बेदी सच्चर ने कोर्ट में रखा। उन्होंने दलील दी कि आरोपों में स्पष्टता नहीं है और घटनाओं से संबंधित गवाहियों में परस्पर विरोधाभास है। उन्होंने यह भी बताया कि शिकायतकर्ता महिला की मामले की कार्यवाही के दौरान मृत्यु हो गई थी, जिससे अभियोजन पक्ष का मामला कमजोर हो गया।
कोर्ट ने उपलब्ध सबूतों, गवाहों के बयानों और परिस्थितियों का परीक्षण करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला कि आरोपी के विरुद्ध लगाए गए आरोप संदेह से परे साबित नहीं हो पाए। इसी आधार पर विजय राज को सभी आरोपों से मुक्त कर दिया गया।
इस फैसले के बाद विजय राज को एक लंबे कानूनी संघर्ष से राहत मिली है, जबकि यह मामला लंबे समय से मीडिया और फिल्म इंडस्ट्री में चर्चा का विषय बना हुआ था।
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