भीषण गर्मी में बढ़ रही बीमारियां, सीएचसी में चार सौ से अधिक मरीजों की भीड़
भीषण गर्मी में बढ़ रही बीमारियां,सीएचसी में चार सौ से अधिक मरीजों की भीड़

भीषण गर्मी में बढ़ रही बीमारियां, जसवंतनगर सीएचसी में चार सौ से अधिक मरीजों की भीड़
प्रेम कुमार शाक्य, जसवंतनगर/
इटावा जसवंतनगर समेत पूरे इटावा जनपद में भीषण गर्मी और मौसम में आए बदलाव के कारण लोग बीमार पड़ने लगे हैं। खासकर वायरल फीवर, खांसी, सर्दी-जुकाम, उल्टी-दस्त और डायरिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सोमवार को जसवंतनगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में ओपीडी में 400 से अधिक मरीजों ने पर्चा बनवाया और इलाज के लिए पहुंचे। अस्पताल परिसर में सुबह से ही मरीजों की भीड़ देखने को मिली। रविवार की छुट्टी के कारण जो मरीज इलाज नहीं करा पाए थे, वे भी सोमवार सुबह से ही अस्पताल पहुँच गए, जिससे पंजीकरण काउंटर से लेकर डॉक्टरों के कमरों तक लंबी कतारें लगी रहीं।
बुखार, डायरिया और वायरल की चपेट में बच्चे व बुजुर्ग अस्पताल प्रशासन के अनुसार, भर्ती किए गए मरीजों में से अधिकतर को वायरल बुखार, डायरिया और उल्टी-दस्त की शिकायत थी। इनमें बच्चों और बुजुर्गों की संख्या अधिक रही। भीषण गर्मी के कारण अस्पताल के वार्डों में भी स्थिति तनावपूर्ण रही। पंखे और कूलर चलने के बावजूद मरीज गर्मी से परेशान दिखे।
डॉक्टरों ने मरीजों को उचित परामर्श देते हुए आराम करने और घर में बने ताजे व हल्के भोजन को प्राथमिकता देने की सलाह दी।
गर्भवती महिलाओं और डॉग बाइट मरीजों के लिए विशेष शिविर सीएचसी अधीक्षक डॉ. वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि सोमवार को गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 100 महिलाओं ने जांच और इलाज कराया। इसके अलावा डॉग बाइट (कुत्ते के काटने) से पीड़ित करीब 50 मरीजों को भी आवश्यक टीकाकरण और उपचार उपलब्ध कराया गया।
विशेषज्ञों की चेतावनी: सावधानी ही सुरक्षा वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. विकास अग्निहोत्री ने बताया कि इस समय तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है।
इस तरह की भीषण गर्मी से शरीर में पानी की कमी, लू लगना, बुखार, उल्टी-दस्त जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि लोग ठंडी चीजें खाने-पीने में सावधानी बरतें और बार-बार पानी पीते रहें, ताकि डिहाइड्रेशन से बचा जा सके। वहीं महिला चिकित्सक डॉ. तृप्ति शुक्ला ने बताया कि अधिक गर्मी से शरीर के अहम अंगों जैसे मस्तिष्क, हृदय और गुर्दों पर गंभीर असर पड़ सकता है। यदि समय पर इलाज न मिले तो स्थिति जानलेवा हो सकती है। उन्होंने लोगों से दिन के अधिक गर्म समय में बाहर न निकलने, छायादार जगहों पर रहने, हल्के व सूती कपड़े पहनने और संतुलित आहार लेने की सलाह दी।
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, दवाओं की व्यवस्था मुकम्मल अस्पताल प्रशासन ने बताया कि सभी वार्डों में दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था की गई है और इमरजेंसी वार्ड में मरीजों को तुरंत भर्ती कर इलाज शुरू किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्रीय नागरिकों से अपील की है कि किसी भी तरह के लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें और खुद से दवा लेने की बजाय चिकित्सकीय सलाह लें।
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