बिजनौर: रिटायर्ड नौसेना अधिकारी से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 2 करोड़ की ठगी, 6 गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए रिटायर्ड नौसेना अधिकारी से 2.08 करोड़ रुपये की ठगी। शेयर ट्रेडिंग में उच्च रिटर्न का झांसा देकर जालसाजों ने लूटा, पुलिस ने 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार।

बिजनौर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के बिजनौर ज़िले में शेयर ट्रेडिंग में अधिक मुनाफे का झांसा देकर एक रिटायर्ड नौसेना अधिकारी से 2.08 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए जाल में फंसाया
पुलिस अधीक्षक अभिषेक कुमार झा के अनुसार, पीड़ित भूपेंद्र सिंह, लालपुर गांव के निवासी हैं और नौसेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। मार्च और अप्रैल 2025 के बीच उन्हें एक फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल किया गया, जहां ठगों ने शेयर ट्रेडिंग स्कीम में निवेश कर भारी मुनाफा दिलाने का वादा किया।
ठगों ने नकली निवेश प्लेटफॉर्म के जरिए भूपेंद्र सिंह को 2.08 करोड़ रुपये का निवेश करने को कहा। शुरुआत में कुछ लाभ दिखाकर भरोसा जीतने की कोशिश की गई, लेकिन जब 50 लाख रुपये अतिरिक्त डिपॉजिट की मांग की गई, तो उन्हें धोखाधड़ी का शक हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
छापेमारी में बरामद हुए नकदी, डिवाइस और दस्तावेज
पुलिस ने छापेमारी के दौरान 3 लाख रुपये नकद, कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, और फर्जी पहचान पत्र बरामद किए हैं। शुरुआती जांच में पुलिस ने 2 लाख रुपये की राशि पीड़ित को वापस दिलाई, और 17 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में फ्रीज कर दिए हैं।
गिरोह के नेटवर्क की जांच जारी
पुलिस के मुताबिक, यह एक संगठित साइबर अपराध गिरोह है, जिसकी जड़ें देश के अन्य हिस्सों तक फैली हो सकती हैं। फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि और कितने लोगों को इस स्कैम का शिकार बनाया गया।
यह मामला एक बार फिर यह दर्शाता है कि सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स के जरिए चल रहे निवेश घोटालों से सावधान रहने की आवश्यकता है। आम लोगों को बिना सत्यापन किसी भी ऑनलाइन स्कीम में निवेश से बचना चाहिए।
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