ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवाद के खिलाफ भारत का वैश्विक संदेश
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की। अब सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दुनिया भर में भारत का पक्ष मजबूती से रख रहा है। जानिए किस देश में किसने क्या कहा।

नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर और आतंकवाद के खिलाफ कड़े रुख को अंतरराष्ट्रीय समर्थन दिलाने के उद्देश्य से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को दुनिया के विभिन्न देशों में भेजा गया है। ये शिष्टमंडल भारत के मजबूत संकल्प को वैश्विक मंचों पर प्रस्तुत कर रहे हैं।
अमेरिका में शशि थरूर के नेतृत्व में भारत की पक्षधरता
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में अमेरिका गए प्रतिनिधिमंडल ने न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में बातचीत के दौरान बताया कि भारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान में मौजूद आतंकी अड्डों पर सटीक कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि भारत युद्ध नहीं, विकास चाहता है, लेकिन आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। शिष्टमंडल ने 9/11 मेमोरियल पर जाकर आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की अपील भी की।
अन्य देशों में सक्रिय शिष्टमंडल:
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कतर: एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल कतर पहुंचा। भारतीय राजदूत विपुल ने सुप्रिया सुले, आनंद शर्मा, राजीव प्रताप रूडी और अनुराग ठाकुर का स्वागत किया।
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दक्षिण कोरिया: जेडीयू सांसद संजय झा के नेतृत्व में शिष्टमंडल टोक्यो से सोल पहुंचा। यह टीम कोरियाई विदेश मंत्रालय, राष्ट्रीय असेम्बली, थिंक टैंक और मीडिया से बातचीत करेगी।
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रूस: डीएमके सांसद कनिमोई ने मॉस्को में भारतीय दूतावास में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पाकिस्तान से आए आतंकियों ने पहलगाम हमला किया और पाकिस्तान ने जिम्मेदार आतंकी संगठन का संयुक्त राष्ट्र में बचाव किया। प्रतिनिधिमंडल ने रूसी पत्रकारों से भी संवाद किया।
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यूएई और कांगो: शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल यूएई में अपनी यात्रा पूरी कर अब कांगो पहुंच चुका है। यूएई को आतंकवाद के खिलाफ समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया गया।
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बहरीन: भाजपा सांसद बैजयंत पांडा की अगुवाई वाला प्रतिनिधिमंडल बहरीन पहुंचा। भारतीय राजदूत ने प्रतिनिधियों की अगवानी की।
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यूरोप: भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद की अध्यक्षता में एक और प्रतिनिधिमंडल ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, यूरोपीय संघ, इटली और डेनमार्क के लिए रवाना हुआ है। यह टीम यूरोपीय देशों को भारत के रुख से अवगत कराएगी।
भारत का वैश्विक संदेश:
इन सभी प्रतिनिधिमंडलों का मकसद है — अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भारत के आतंकवाद विरोधी रुख के प्रति जागरूक करना, सीमा पार आतंकवाद पर वैश्विक दबाव बनाना और शांति, विकास और मानवता के पक्ष में एक वैश्विक गठबंधन तैयार करना।
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