PM मोदी बोले: पहलगाम हमला नारी शक्ति को चुनौती थी, ऑपरेशन सिंदूर बना मौत का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमला भारत की नारी शक्ति को चुनौती था। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए देश ने आतंकियों को घर में घुसकर मारने का संदेश दिया है।

भोपाल– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम में हुआ आतंकी हमला भारत की नारी शक्ति को चुनौती था, जिसका जवाब देश ने "ऑपरेशन सिंदूर" के ज़रिए आतंक के आकाओं को घर में घुसकर मारकर दिया। उन्होंने इस ऑपरेशन को भारत के इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य सफलता बताया।
प्रधानमंत्री लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर आयोजित भव्य समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, "आतंकवादियों ने हमारी नारी शक्ति को ललकारा था, लेकिन यही चुनौती उनके लिए काल बन गई। अब भारत हर परोक्ष युद्ध का करारा जवाब देगा—गोली चलेगी तो गोला मिलेगा।"
महिलाओं की भूमिका अब हर नीति के केंद्र में: मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि आज भारत में महिला नेतृत्व विकास की धुरी बन चुका है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार लोकमाता अहिल्याबाई के 'नागरिक देवो भव:' के सिद्धांत को अपनाकर हर नीतिगत फैसले में महिलाओं को प्राथमिकता दे रही है।
नमो ड्रोन दीदी अभियान के ज़रिए महिलाएं अब आधुनिक कृषि तकनीक अपना रही हैं।
चंद्रयान-3 मिशन में 100 से अधिक महिला वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने योगदान दिया।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत महिलाओं को सालाना ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है।
बुनियादी विकास और सुशासन की नई योजनाएं शुरू
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया, जिनमें शामिल हैं:
इंदौर मेट्रो का पहला चरण
सतना और दतिया हवाई अड्डे – जिन पर क्रमशः ₹37 करोड़ और ₹60 करोड़ खर्च होंगे
1271 अटल ग्राम सेवा सदन – जो अब ग्राम पंचायतों के स्थायी कार्यालय बनेंगे
देवी अहिल्याबाई को श्रद्धांजलि और विरासत का सम्मान
प्रधानमंत्री ने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने प्रभु सेवा और जन सेवा में कभी भेद नहीं किया।
“जब भारत पराधीनता की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, तब अहिल्याबाई ने समाज को शिक्षित करने, भोजन देने और न्याय दिलाने का जो कार्य किया, वह आज भी प्रेरणा है,” मोदी ने कहा।
इस अवसर पर एक स्मारक डाक टिकट और ₹300 का स्मृति सिक्का भी जारी किया गया।
राजकीय स्वागत और सांस्कृतिक प्रदर्शनी
भोपाल पहुंचने पर प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया गया। राजाभोज एयरपोर्ट पर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने उनकी अगवानी की।
आयोजन स्थल पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण, सुशासन और संस्कृति पर आधारित एक विशेष प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
प्रधानमंत्री का यह संबोधन न सिर्फ आतंक के विरुद्ध भारत की नई रणनीति को दर्शाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि नारी शक्ति अब भारत के विकास और सुरक्षा की अगली अग्रिम पंक्ति बन चुकी है।
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