GeM बना दुनिया का सबसे बड़ा ई-खरीद मंच, आठ वर्षों में रचा रिकॉर्ड
GeM के CEO मिहिर कुमार ने बताया कि सरकारी ई-मार्केटप्लेस पर अब 10 लाख MSMEs, 1.84 लाख महिला उद्यमी और 31 हजार स्टार्टअप सक्रिय हैं। 97% लेन-देन शुल्क मुक्त हैं।

गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) ने केवल आठ वर्षों में खुद को विश्व का सबसे बड़ा और सुगम जनसाधारण ई-खरीद मंच सिद्ध कर दिया है। जेम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मिहिर कुमार ने यह जानकारी नई दिल्ली में आयोजित आठवें जेम दिवस के अवसर पर दी।
उन्होंने बताया कि इस डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अब तक:
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10 लाख से अधिक एमएसएमई (MSME)
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1.3 लाख से अधिक हस्तशिल्पकार और बुनकर,
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1.84 लाख महिला उद्यमी, और
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31 हजार से अधिक स्टार्टअप सक्रिय रूप से पंजीकृत हैं।
जेम ने आठ वर्षों में सरकारी खरीद की प्रक्रिया को पारदर्शी, सरल और डिजिटल बनाते हुए एक मजबूत डिजिटल वातावरण का निर्माण किया है।
मिहिर कुमार ने यह भी बताया कि GeM पर अब 97% लेन-देन शुल्क मुक्त हैं, जिससे विक्रेताओं को अतिरिक्त लाभ और खरीदारों को अधिक पारदर्शिता प्राप्त हो रही है। इस पहल को देश के सभी 36 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों ने पूरी तरह से अपनाया है।
GeM अब न केवल सरकारी खरीद को दक्ष और पारदर्शी बना रहा है, बल्कि देशभर के लघु उद्यमियों, महिलाओं और नवाचारकों को एक राष्ट्रीय मंच भी प्रदान कर रहा है।
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