सोने की चमक बरकरार, पर अब संभलकर निवेश की जरूरत: निलेश सारडा
सोने की चमक बरकरार, पर अब संभलकर निवेश की जरूरत: निलेश सारडा

— इंदौर से निलेश सारडा, बुलियन विशेषज्ञ
आर्थिक अस्थिरता के इस दौर में सोना एक बार फिर सुरक्षित निवेश के रूप में उभर कर सामने आया है। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद वैश्विक बाजार में असमंजस की स्थिति बनी रही, जिसका फायदा सोने को मिला और इसकी कीमतों ने ऐतिहासिक उछाल दर्ज किया।
इस साल की शुरुआत में सोना करीब ₹78,000 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर था, जो आगे बढ़कर ₹1,00,000 तक पहुंच गया। हालांकि जब सोना पांच अंकों की ऊंचाई पर पहुंचा, तब कई विशेषज्ञों ने इसे अत्यधिक मूल्यांकित माना – और उनकी आशंका सही साबित हुई।
अप्रत्याशित तेजी ने सभी को चौंकाया
सोने में इस तेजी ने न केवल विश्लेषकों को, बल्कि बुलियन डीलरों, व्यापारियों और निवेशकों को भी चौंका दिया। किसी भी तकनीकी चार्ट या अनुमान में ऐसी रफ्तार की भविष्यवाणी नहीं की गई थी। यह तेजी पूरी तरह से खबरों और अमेरिका की राजनीतिक घटनाओं पर आधारित रही – विशेषकर ट्रंप की नीतियों और बयानों के इर्द-गिर्द।
नरमी की वजहें
हाल के सप्ताहों में सोने की कीमतों में कुछ नरमी देखने को मिली है, जिसकी मुख्य वजहें निम्नलिखित हैं:
-
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध में नरमी, टैरिफ कटौती और आपसी सहमति।
-
ट्रंप की मध्य पूर्व यात्रा के दौरान कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने की कोशिश।
-
प्रमुख वैश्विक मुद्राओं (युआन, यूरो, ताइवान डॉलर, पाउंड) की मजबूत स्थिति।
-
बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी में आई तेजी।
-
ट्रंप का क्रिप्टो के प्रति सकारात्मक रुख।
इन सभी कारणों से सोने की कीमतों में स्वाभाविक करेक्शन आया है, और विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि परिस्थितियाँ स्थिर रहती हैं, तो सोना ₹85,000 से ₹90,000 के दायरे में समायोजित हो सकता है।
निवेशकों के लिए क्या है संदेश?
इस गिरावट को नकारात्मक रूप में न देखकर, निवेशकों और व्यापारियों को इसे एक अवसर के रूप में देखना चाहिए। क्योंकि वैश्विक केंद्रीय बैंकों का सोने में लगातार खरीदारी का रुझान, इसे दीर्घकालिक निवेश के लिए अब भी आकर्षक विकल्प बनाता है।
सोने में आई हालिया गिरावट एक सामान्य बाज़ार सुधार है। समझदारी इसी में है कि निवेशक इस दौर को अवसर मानें और सही स्तर पर खरीदारी कर भविष्य के लिए खुद को सुरक्षित करें।
(नोट: यह लेख निलेश सारडा, बुलियन विशेषज्ञ के विश्लेषण पर आधारित है।)
What's Your Reaction?






